कोरोना वाइरस पहली बार नही आया है यह रोग संसार मे कई सदीयो पहले भी हुआ था लेकीन उस समय यह
छुआछुत (स्पर्श) का रोग इस लिए नही फे ला की उस समय यात्रा करने के आधुनिक संसाधन नही थे उस समय
लोगो को अपने देश से प्रदेश जाने मे कई दिनों का समय लग जाता था और उस जमाने मे लोग हर घर मे देशी
जड़ी बुटीया भस्मे कुस्ते पाक काढ़ा (क्वाथ/सिरप ) बनाकर ग्रहण किया करते थे और रोगमूकत नि:रोगी रहते थे
पहले लोग हर खाने पिने के पदार्थ रस हाथो द्वारा बना हुआ सेवन करते थे आज संसार मे लोग इतना मजबुर
लाचार हो गया हैकी खाने पिने की हर वस्तु मशीनों द्वारा तैयार की हुई हानिकारक प्राणघातक केमीकल्स द्वारा
सूद्ध की हुई खानपान की चीजे सेवन करता है जिसका परिणाम यह होता है की इन्सान के शरीर में छोटा से छोटा
रोग महामारी रोग का रूप धारण कर लेता है गलत खानपान के कारण हमारे र्शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता नष्ठ
होती जा रही है जिसके परिणाम स्वरूप छोटी फुन्सी भी भयनकर नाशुर बन जाता है हमारे शरीर मे जो छोटे बडे
रोग बन रहे है उसके हम खुद जिम्मेदार है
कोरोना वाईरस क्या है कोरोना वाईरस इक सदी जुखाम खासी बदन दर्द सिर दर्द स्वास का छुआछुत (स्पर्श) का
रोग है जिसका इलाज हमने निचे लिखा है इस इलाज के साथ कुछ नियमों का पालन करना भी अतिआवश्यक हे
जैसे दिन मे 4बार गर्म पानी पीना सूबह शाम हल्दी वाला हल्का गरम गाय का दधू पीना रात को सोने से पहले
नमक यूक्त गरम पानी के गरारे करना किसी से हाथ ना मिलाकर हाथ जोडकर नमस्कार
(1) नीम डण्टल 10 ग्राम (2) नीम गिलोय 10 ग्राम (3) गोरिसल 10 ग्राम (4) तुलसी 10 ग्राम (5) काली मिरच 10
ग्राम (6) लॉन्ग 5 ग्राम (7) जवत्री 3 ग्राम (8) बहृ मी 3 ग्राम (9) खुपक्ला 10 ग्राम (10) गुड 20 ग्राम (11) लहसून
10 कली (12) अदरक 5 ग्राम (13) आमीया हल्दी 10 ग्राम (14) पौष्ठीक रसायन क्लयाण 1000फुटी 10ग्राम (15)
अमतृ जौहर ववषाणू रोगमुक्त 1000 फुटी 10 ग्राम
यह टोटल इक व्यक्ती की खुराक है500ग्राम पानी मेये सब औषगि को मन्दी आग पर उबालना है फिर 200ग्राम
शेष रहजाए उसे सोने से पहले छानकर पीना है बाद मेऔर पानी नही पीना है सूगर होतो गुड़ हटा दे
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